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अन्वेश उपाध्याय ने फोन पर बताई आपबीती नई दिल्ली। भारत के पूर्व रैपिड चेस चैम्पियन अन्वेश उपाध्याय यूक्रेन में फंसे हुए हैं। वे अपने अपार्टमेंट में अकेले हैं और बहुत डरे हुए हैं। अन्वेश 2012 से यहां रह रहे हैं, लेकिन हाल ही में रूसी अटैक के बाद उनका यहां रहना मुश्किल हो गया है। यूक्रेन से सभी उड़ानें रद्द हो चुकी हैं। ऐसे में उनका बाहर आना भी संभव नहीं है। 30 साल के अन्वेश उपाध्याय यू्क्रेन की राजधानी कीव के एक हॉस्पिटन में गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की पढ़ाई कर रहे हैं। वे मार्च में भारत लौटने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया और अब उनका बाहर आना मुश्किल है। बातचीत में उन्होंने कहा कि रूस के सैनिक यहां आक्रमण कर चुके हैं। उन्होंने कभी भी ऐसे हालातों के बारे में नहीं सोचा था। अन्वेश ने 2017 में राष्ट्रीय रैपिड चेस प्रतियोगिता जीती थी। गुरुवार को भारत के विदेश सचिन हर्षवर्धन श्रंगला ने कहा कि यूक्रेन में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों को बाहर लाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि यूक्रेन में लगभग 20 हजार भारतीय नागरिक थे और उनमें से चार हजार वापस अपने देश लौट चुके हैं। अन्वेश ने बताया कि मौजूदा समय में यूक्रेन के जो हालात है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ है। अन्वेश का परिवार उड़ीसा के भुवनेश्वर में रहता है और उनके परिवार के लोग लम्बे समय से उन्हें भारत वापस बुला रहे थे। उन्होंने पहले भी यूक्रेन से बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिले। वहीं उनके सीनियर अधिकारियों ने कहा कि एक बार हालात सामान्य हो जाने दें। इसके बाद वो अपने देश जा सकते हैं। इस बीच रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। अब उन्हें नहीं पता कि उनके साथ क्या होने वाला है। अब उन्हें भारतीय राजदूत से मदद की उम्मीद है।