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...तो सिर्फ 9 खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतर सकती हैं टीमें दुबई। कोरोना महामारी के कारण आईसीसी ने महिला वर्ल्ड कप के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। नए नियम के मुताबिक अगर किसी टीम में कोरोना के ज्यादा मामले सामने आते हैं और 11 खिलाड़ी पूरे नहीं हो पाते हैं तो वह टीम 9 खिलाड़ियों के साथ भी मैदान पर उतर सकती है। बीसीसीआई ने भी रणजी ट्रॉफी में यही नियम बनाया है। हाल ही में अंडर-19 वर्ल्ड कप के दौरान कई टीमों में कोरोना के मामले सामने आए थे। भारतीय टीम के कई खिलाड़ी कोरोना संक्रमित पाए गए थे। एक समय तो ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया पूरा वर्ल्ड कप भी नहीं खेल पाएगी। आईसीसी के हेड ऑफ इवेंट्स क्रिस टेटली ने गुरुवार को क्राइस्टचर्च में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, 'कोरोना को देखते हुए हमें थोड़ा नरम होने की जरूरत है। हम इस तरह की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए खेल को मैनेज करते हैं। हमने टीम में खिलाड़ियों को लेकर कुछ ढील दी है, जबकि आधिकारिक रूप से वे अभी भी 15 खिलाड़ी रख सकते हैं।' आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम को इस बार पिछली बार की तुलना में करीब डबल प्राइज मनी मिलेगी। इस बार वर्ल्ड कप विजेता टीम को 1.32 मिलियन अमेरिकी डॉलर (करीब 10 करोड़ रुपए) मिलेंगे। ICC महिला वर्ल्ड कप का आगाज 4 मार्च से न्यूजीलैंड में हो रहा है। पहला मुकाबला न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच खेला जाएगा। भारतीय टीम 6 मार्च को अपना पहला मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी। इसके बाद टीम 10 मार्च को न्यूजीलैंड, 12 मार्च को वेस्टइंडीज और 16 मार्च को इंग्लैंड के खिलाफ भिड़गी। इसके बाद भारत का 19 मार्च को ऑस्ट्रेलिया, 22 मार्च को बांग्लादेश और 27 मार्च को साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबला है। वर्ल्ड कप में 8 टीमें हिस्सा लेने वाली है। टीम इंडिया आज तक एक भी महिला वर्ल्ड कप नहीं जीत पाई है। वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम- मिताली राज (कप्तान), हरमनप्रीत कौर (उपकप्तान), स्मृति मांधना, शेफाली वर्मा, यस्तिका भाटिया, दीप्ति शर्मा, ऋचा घोष (विकेटकीपर), स्नेह राणा, झूलन गोस्वामी, पूजा वस्त्रकार, मेघना सिंह, रेणुका सिंह ठाकुर, तानिया भाटिया (विकेटकीपर), राजेश्वरी गायकवाड़ और पूनम यादव।