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शर्मनाक हार पर कप्तान का दावा नई दिल्ली। भारतीय टीम का साउथ अफ्रीका दौरा किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। पहले टीम को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से मिली हार का सामना करना पड़ा। उसके बाद वनडे सीरीज में भी अफ्रीकी टीम ने भारत को 3-0 से धूल चटाई। वनडे सीरीज में शर्मनाक हार के बाद केएल राहुल की कप्तानी पर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। क्रिकेट के कई जानकारों का ऐसा मानना है कि राहुल अभी कप्तानी के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। हालांकि केएल राहुल ने अपनी कप्तानी को लेकर बड़ी बात कही है। उनके मुताबिक, उन्हें खुद के नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा है। साथ ही केएल का ऐसा मानना है कि टीम इंडिया की सफेद गेंद क्रिकेट में जल्द से जल्द बदलाव की जरूरत है। लोकेश राहुल ने अपने बयान में कहा- अपने देश के लिए खेलना और टीम की कमान संभालना काफी गर्व की बात है और एक सपना सच होने जैसा है। हां, परिणाम हमारे अनुकूल नहीं थे, लेकिन मुझे लगता है सीखने के लिए बहुत कुछ रहा। हम अभी एक ऐसे चरण में हैं जहां हमारा फोकस वर्ल्ड कप पर है। हम एक टीम के रूप में बेहतर होने की दिशा में काम कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हमने पिछले 4 या 5 सालों में बहुत अच्छी क्रिकेट खेली है, लेकिन यह हमारे लिए बेहतर होने और सफेद गेंद क्रिकेट में बदलाव लाने का समय आ गया है। वनडे सीरीज से पहले साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भी राहुल टीम की कप्तान करते नजर आए थे और भारत को 7 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा वह पिछले दो सालों से आईपीएल फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स के कप्तान रहे, लेकिन दोनों बार उनकी कप्तानी में टीम छठे पायदान पर रही। क्रिकेट एक्सपर्ट्स के अनुसार वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप के बाद राहुल की कप्तानी पर भी ग्रहण लग गया है। 50 ओवर सीरीज के दौरान लोकेश राहुल को कप्तानी में कई गलतियां करते देखा गया। वह बॉलिंग अटैक में लगातार बदलाव करने में असफल रहे। साथ ही वेंकटेश अय्यर को छठा बॉलिंग ऑप्शन मानने के बाद भी उन्होंने उनसे ज्यादा गेंदबाजी नहीं कराई। साथ ही राहुल की कैप्टेंसी में विश्वास की कमी को भी साफतौर पर देखा जा सकता था। कप्तानी पर उठ रहे सवालों पर राहुल ने कहा- मैं इस हार से बचने का बहाना नहीं बना रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि हमारी टीम लगातार अच्छा करने का प्रयास कर रही है। मैंने कप्तानी करते हुए बहुत कुछ सीखा है। हार आपको जीत के तुलना में ज्यादा मजबूत बनाती है। मेरा करियर हमेशा से ही ऐसा रहा है। मुझे हमेशा धीरे-धीरे सब कुछ मिला है। मुझे अपनी कप्तानी पर भरोसा है और पता है कि मैं अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ निकाल सकता हूं। मुझे पता है कि मैं अपने देश और फ्रेंचाइजी के लिए अच्छा कर सकता हूं।