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विराट कोहली की टीम में था साहस का अभाव नई दिल्ली। 2021 साल भारत का खेलों में भले ही शानदार रहा हो, लेकिन टी20 वर्ल्ड कप में विराट कोहली की टीम को मिली हार ने सबको सदमे में डाल दिया था। क्रिकेट प्रशंसकों को टीम इंडिया के शर्मनाक प्रदर्शन पर यकीन नहीं हो रहा था। भारतीय टीम अपने पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ हारी और फिर न्यूजीलैंड से दूसरे मैच में हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। उस समय टीम के कोच रहे रवि शास्त्री ने हार को लेकर करीब दो महीने बाद बड़ा बयान दिया है। शास्त्री का कहना है कि टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में डरपोक की तरह खेल रही थी। रवि शास्त्री ने स्टार स्पोर्ट्स के शो में टीम इंडिया के इस प्रदर्शन को भूलने योग्य बताया। भारतीय टीम पहली बार सीमित ओवर के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान से हारी थी। इसके बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद उसका बाहर होना करीब-करीब तय हो गया था। टीम इंडिया ने अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया के खिलाफ जीत हासिल की, लेकिन दूसरे टीमों के प्रदर्शन पर निर्भर रही। अंत में भाग्य ने भी विराट कोहली की टीम का साथ नहीं दिया। शास्त्री ने कहा, "पाकिस्तान ने उस दिन शानदार प्रदर्शन किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ हम डरे हुए थे। बहुत ज्यादा डरे हुए थे। यह मैच के दौरान साफ तौर पर दिखा था। जब तक आप लड़ते हो तब तक हारने का कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन अगर आप डर गए तो दर्द ज्यादा होता है। ऐसे में इस तरह के टूर्नामेंट में अगर आप बहुत जल्दी हार जाते हैं तो आप मुश्किल में पड़ जाते हैं।" शास्त्री ने कहा कि इस तरह के फॉर्मेट वाले टूर्नामेंट में गलतियों की जगह नहीं होती है। 2019 वर्ल्ड कप में इस्तेमाल होने वाला प्रारूप आगे भी प्रयोग में लाया जाना चाहिए। जहां हर टीम एक-दूसरे के खिलाफ खेलती है। भारतीय टीम ने 2019 में ग्रुप दौर में शीर्ष स्थान हासिल किया था, लेकिन सेमीफाइनल में उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ हार मिली थी। शास्त्री ने इसे विस्तार से समझाते हुए कहा, "यह (टी20 वर्ल्ड कप का प्रारूप) 2019 के प्रारूप की तरह नहीं है, जहां आप हर विपक्षी के खिलाफ खेल सकते हैं। मुझे लगता है कि आगे बढ़ने का यही तरीका है। यह प्रारूप सबसे अच्छा है और फिर इसमें प्लेऑफ भी है। विश्व कप का फैसला करने के लिए यह सही है।"