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टोक्यो ओलम्पिक के बाद खेल रही एशियन चैम्पियंस ट्राफी खेलपथ संवाद ढाका। ओलम्पिक कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम कोरिया के खिलाफ मंगलवार को एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले मैच से नए सत्र का आगाज करेगी तो कई युवा खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजरें रहेंगी। भारत ने 2011 में टूर्नामेंट की शुरुआत से अब तक तीन बार खिताब जीता है। इसने 2016 में कुआंटन और 2018 में मस्कट में खिताब अपने नाम किया था। भारत को 14 दिसम्बर को कोरिया से पहला मैच खेलना है। इसके बाद 15 दिसम्बर को मेजबान बांग्लादेश से सामना होगा। तीसरा मैच 17 दिसम्बर को पाकिस्तान से और 19 दिसम्बर को एशियाई खेल चैम्पियन जापान से खेलना है। सेमीफाइनल 21 दिसम्बर को और फाइनल 22 दिसम्बर को होगा। कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा- कोरिया बहुत अच्छी टीम है और हमारे आक्रमण को धीमा कर सकती है। हमने इसी जगह पर 2017 एशिया कप में लीग चरण में उनसे 1-1 से ड्रॉ खेला था। हमें आत्ममुग्धता से बचते हुए अपने बेसिक्स मजबूत रखने होंगे। टूर्नामेंट की अहमियत के बारे में उन्होंने कहा कि यह टोक्यो ओलंपिक के बाद हमारा पहला टूर्नामेंट है। जीत के साथ आगाज करने से आत्मविश्वास ऊंचा रहेगा। इस टूर्नामेंट के लिए टीम में कई युवाओं को मौका दिया गया है। मनप्रीत ने कहा- पिछले दो साल में हमारा फोकस ओलम्पिक पर था तो कोर टीम में बदलाव नहीं किए गए। इससे युवा खिलाड़ियों में से कुछ को मौके नहीं मिल सके। ये सभी काफी मेहनत कर रहे हैं और इन्हें खुद को साबित करने का मौका दिया गया है। टीम की फिटनेस के बारे में उन्होंने कहा- सभी खिलाड़ी फिट हैं। हमने भुवनेश्वर में शिविर में फिटनेस पर काफी मेहनत की है। पिछली बार मस्कट में भारतीय टीम को पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता घोषित किया गया था क्योंकि लगातार बारिश के कारण फाइनल नहीं हो सका था।