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संगठन की सालाना बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
मंजरी दुबे, दिव्यांशा तिवारी और कपिल खुराना को किया सम्मानित
खेलपथ संवाद
लखनऊ। शुक्रवार को स्वात एसोसिएशन आफ उत्तर प्रदेश की सालाना बैठक में महिलाओं और युवाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जाने का निर्णय लिया गया। लखनऊ विश्वविद्यालय लोक प्रशासन विभाग के सभागार में प्रो. मनोज दीक्षित की अध्यक्षता में हुई स्वात एसोसिएशन आफ उत्तर प्रदेश की बैठक में यह माना गया कि यदि महिलाओं और युवाओं को मार्शल आर्ट की विधा स्वात में पारंगत कर दिया जाए तो वे न केवल अपनी रक्षा कर सकेंगे बल्कि इससे अपराधों पर भी आसानी से अंकुश लगाया जा सकेगा। बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर स्वात खेल में स्वर्ण पदक विजेता मंजरी दुबे, दिव्यांशा तिवारी और कपिल खुराना को सम्मानित भी किया गया।
बैठक में प्रो. मनोज दीक्षित के अलावा सचिव के.बी. पंत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष कमल जोशी, सतेन्द्र कुमार त्रिपाठी, अमित कुमार सिंह के साथ ही विशेष अतिथि पूर्व रीजनल डारेक्टर साई रचना गोविल, पूर्व चेयरमैन लखनऊ यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स एसोसिएशन नीरज जैन, पूर्व कस्टम अधिकारी निगहत खान आदि उपस्थित थे। बैठक में मनोज दीक्षित ने स्वात खेल का किस तरह विस्तार किया जाए, इस पर गणमान्यों से सुझाव मांगे तथा इस मामले में गहन मंत्रणा भी की। श्री दीक्षित ने बताया कि स्वात खेल मार्शल आर्ट की ही एक विधा है जो युवकों व युवतियों में आत्मरक्षा का भाव पैदा कर उनके शारीरिक, मानसिक तथा बौद्धिक क्षमता में वृद्धि करती है।
इस अवसर पर सचिव के.बी. पंत द्वारा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इतना ही नहीं बैठक में राज्यस्तरीय प्रतियोगिता तथा टेक्निकल सेमिनार पर भी मंत्रणा हुई। इस अवसर पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. मनोज दीक्षित तथा पूर्व रीजनल डारेक्टर साई रचना गोविल द्वारा स्वात खेल में राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी मंजरी दुबे, दिव्यांशा तिवारी और कपिल खुराना को सम्मानित किया गया।